12th Day :: Bazaarvaad : D most fatal thing today
इधर कुछ दिनों से स्वदेसी आन्दोलन जोर पकड़ता जा रहा है. भ्रष्टाचार , काले धन के साथ-साथ यह मुद्दा भी ज़रूरी है, मैं मानता हूँ, लेकिन जिस तरह से हमारे देश की सारी समस्याओं के लिए सिर्फ विदेशियों को दोष देकर हम अपने कर्तव्य की इतिश्री समझ ले रहे हैं, वह गलत है. हमें यह ध्यान रखना होगा कि विदेशी मुद्दे की हवा में हमारे देश के अपने लोग जो भ्रष्टाचारी हैं , वे न बचने पायें और ये मुद्दा हिन्दू-मुस्लिम मुद्दे की तरह हमारे देश के भ्रष्ट राजनेताओं के लिए एक नया 'political weapon' न बन जाये. सौभाग्य से पिछले कुछ दिनों में कुछ special persons & special conditions की वजह से हिन्दू-मुस्लिम मुद्दा और स्टेट, भाषा आदि मुद्दों को जनता ने सामाजिक सौहार्द्र से समाप्त कर दिया है या कम कर दिया है, इसके लिए मैं लोगों को बधाई देता हूँ. लेकिन जिन लोगो का फायदा लोगों के आपसी झगड़े से ही होता है, वो ऐसे मुद्दों के सहारे सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ने और अपने राजनैतिक हित साधने की कोशिश कर सकते हैं. इसलिए हमें यह मुद्दा पूरी समझदारी के साथ उठाना चाहिए और अपना aim निर्धारि...